Saturday, August 24, 2019

अलविदा जेटली जी

देश ने आज फिर से एक बड़े नेता को खो दिया, भाजपा के लिये पहले सुषमा जी का जाना फिर अरुण जेटली का लम्बी बीमारी के बाद ऐसे चला जाना दुखद है।

जब भी अरुण जेटली की बात होती है तो हमेशा मुझे उनसे जुड़ा एक किस्सा हमेशा याद आता हैं। जो हर स्टूडेंट फील कर सकता हैं रजत शर्मा जो आज बुलंदियों पर है, भला 'आप की अदालत' से कौन बच पाया। रजत शर्मा की आर्थिक स्थिति बचपन से ही नही ठीक थी, 7 भाई बहनो के बीच पले बढ़े रजत शर्मा पढ़ने में होनहार थे। पढ़ने में अच्छे होने की वजह से इंटर के बाद उनका नाम श्रीराम कॉलेज में दाखिला वाली मेरिट लिस्ट में आ गया था। लेकिन उनके पास पूरे पैसे नही थे फीस भरने के, फीस भरने में देरी के कारण उन्हे अकाउटेंट बुरी तरह डांट चुका था। खैर जब वो पूरे पैसे लेकर गये तो सभी चिल्लर में थे जिसको लेकर अकाउंटेट ने उन्हे घूरा जब पैसे गिने तो उसमे भी चार रुपये कम निकले। अकाउंटेंट एक बार फिर जोर से चिल्लाया। उन्ही दिनों जेटली जी कॉलेज यूनियन के अध्यक्ष थे। वहाँ किसी काम से गुजर रहे थे वह उनकी नजर पड़ी की आखिर क्यों ये इतनी बुरी तरह डांटे जा रहा हैं। अरुण जेटली वहां आए और अकाउंटेंट को जोर से डांटा, कहा- फ्रेशर से ऐसे कैसे बात कर सकते हो? यही तरीका है आपका?

अपनी जेब से 5 रुपये निकालते हुये दिये उसे। फिर रजत शर्मा के कंधे पर हाथ रखकर बोले- तुम्हारे पास तो चाय के लिए भी पैसे नहीं होंगे, चलो तुम्हे मैं चाय पिलाता हूँ।

यही से ये दोस्ती का सिलसिला शुरू हुआ था जो आज तक चलता रहा था।। फिर इतने ऊँचे पदों पर पहुँचने के बाद देश की जिम्मेदारियों को निभाने के बीच वित्त मंत्री के रूप में जब वो आपकी अदालत में आये तो बेहद तीखे सवालों का सामना करना पड़ा, शो की शूटिंग के बाद जब रजत शर्मा से  बोला पत्नी ऋतु नेे बोला आप ऐसे बोल रहे थे? अगली सुबह रजत शर्मा अरुण जेटली के घर गये, बोला मैेंने आपसे कुछ बहुत कड़वे सवाल पूछा था अगर आप चाहो तो उनके सीन हटा दें हम वो नही दिखाये जायेंगे।

तब हँसते हुये जेटली बोले रजत तुम्हारा वो पेशा था और मुझे नही लगता तुमने कोई कठिन सवाल मुझसे किया? मुझे तो लगता है दोस्त होने के नाते तुमने सवाल आसान ही पूछे, अगली बार से पूरी बेबाकी से सवाल पूछना, काम के बीच में दोस्ती नहीं आनी चाहिए।।

हाँ कुछ ऐसे थे अरुण जेटली, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
श्रृद्धांजलि 💐🙏





   

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