शाम के 7 बजने वाले थे और शर्मा जी का दफ्तर से आने वक़्त हो रहा था
टाइम को देखते हुए Mrs. Sharma चाय बनाने ही जा रही थी कि बाहर से बाइक रुकने की आवाज आई, हां वो कोई और नहीं शर्मा जी ही थे
थके-हारे शर्मा आते ही आवाज़ लगाते है सुनती हो,
उधर से mrs. हां जी आ रही हूँ आपकी चाय लेकर
शर्मा जी सोफे पर बैठ कर फोन चलाते रहते है इतने में mrs शर्मा चाय रख कर चली जाती है,
शर्मा जी फ़ोन रख कर चाय उठाने ही जा रहे थे कि उनकी नज़र अचानक से उनकी शादी के एल्बम पर पड़ी, जो दूर एक कोने में रखी थी, शर्मा जी ने एल्बम का पहला page खोला ही था की उन तमाम यादों में खो गये🤔।आज से करीब 10 साल पहले की थी, वो याद करने लगे कि कैसे एक शर्मीली सी लड़की के साथ उनके घर वालो ने उनकी शादी करा दी थी.
शर्मा जी ने भी कितने सपने देखे थे अपनी होने वाली बीवी के लिये शाम को साथ में घूमने जाएंगे या कभी सब्जी लेने के बहाने यूँही समय बिता लेंगे।
सुबह की चाय कभी मैं बना दिया करूँगा।।हफ्ते 2 हफ्ते में एक बार तो कम से कही आस पास के पार्क में घूमने जाया ही करेंगे ऐसे बहुत से छोटे बड़े सपने उन्होंने अपने जीवनसाथी के लिए बुने थे।।।।आज सिर्फ दफ्तर में 10-5 की नौकरी और आते ही फोन में लग जाना इसके अलावा था ही क्या?कुछ दोस्त यार थे कभी नुक्कड़ में या गलियारों में उनसे मेल मिलाप हो जाता था या कभी किसी रिश्तेतार से शादी समारोह में मिल लेते थे ।।मगर इतने सालो में उस शर्मीली लड़की से जो इतने वादे इतने सपने थे वो तो कभी पूरा कर ही नही पाये वो।।आखिर वो अपनी भी तो ज़िन्दगी युही खपा रहे थे बिना किसी भरपूर प्यार के।।अम्मा यार ये भी कोई प्यार हुआ जब आप सामने वाले को वक़्त ही ना दे पाये।।😗ऐसे हज़ारो खुद से सवाल जवाब अचानक उनकी तंद्रा टूटी ।।Mrs. शर्मा-आज आलू गोभी बनाऊ या आलू पालक ।शर्मा जी खामोश थे ।Mrs शर्मा क्या हुआ बताइये ना क्या देख रहे है।शर्मा जी-आज कुछ ना बनाओ
Mrs Sharma-क्यों,बाहर से खा के आ गये?
पहले बता देना चाहिए था, ये वो
शर्मा जी धीरे से बोले चलो आज कही बाहर चलते है।।
Mrs Sharma थोड़ा हड़बड़ा गई की अचानक कैसे?
मगर आज शर्मा जी ने अपने वही छोटे छोटे सपने पूरे करने के लिए छोटा स कदम उठा लिया था उसी शर्मीली लड़की के लिए जिसके लिए उन्होंने हज़ारो सपने देखे थे।।
निकाल लिया करो कुछ Time हर अपने के लिये,
सिर्फ पैसे कमाना ज़िन्दगी तो नही।।
टाइम को देखते हुए Mrs. Sharma चाय बनाने ही जा रही थी कि बाहर से बाइक रुकने की आवाज आई, हां वो कोई और नहीं शर्मा जी ही थे
थके-हारे शर्मा आते ही आवाज़ लगाते है सुनती हो,
उधर से mrs. हां जी आ रही हूँ आपकी चाय लेकर
शर्मा जी सोफे पर बैठ कर फोन चलाते रहते है इतने में mrs शर्मा चाय रख कर चली जाती है,
शर्मा जी फ़ोन रख कर चाय उठाने ही जा रहे थे कि उनकी नज़र अचानक से उनकी शादी के एल्बम पर पड़ी, जो दूर एक कोने में रखी थी, शर्मा जी ने एल्बम का पहला page खोला ही था की उन तमाम यादों में खो गये🤔।आज से करीब 10 साल पहले की थी, वो याद करने लगे कि कैसे एक शर्मीली सी लड़की के साथ उनके घर वालो ने उनकी शादी करा दी थी.
शर्मा जी ने भी कितने सपने देखे थे अपनी होने वाली बीवी के लिये शाम को साथ में घूमने जाएंगे या कभी सब्जी लेने के बहाने यूँही समय बिता लेंगे।
सुबह की चाय कभी मैं बना दिया करूँगा।।हफ्ते 2 हफ्ते में एक बार तो कम से कही आस पास के पार्क में घूमने जाया ही करेंगे ऐसे बहुत से छोटे बड़े सपने उन्होंने अपने जीवनसाथी के लिए बुने थे।।।।आज सिर्फ दफ्तर में 10-5 की नौकरी और आते ही फोन में लग जाना इसके अलावा था ही क्या?कुछ दोस्त यार थे कभी नुक्कड़ में या गलियारों में उनसे मेल मिलाप हो जाता था या कभी किसी रिश्तेतार से शादी समारोह में मिल लेते थे ।।मगर इतने सालो में उस शर्मीली लड़की से जो इतने वादे इतने सपने थे वो तो कभी पूरा कर ही नही पाये वो।।आखिर वो अपनी भी तो ज़िन्दगी युही खपा रहे थे बिना किसी भरपूर प्यार के।।अम्मा यार ये भी कोई प्यार हुआ जब आप सामने वाले को वक़्त ही ना दे पाये।।😗ऐसे हज़ारो खुद से सवाल जवाब अचानक उनकी तंद्रा टूटी ।।Mrs. शर्मा-आज आलू गोभी बनाऊ या आलू पालक ।शर्मा जी खामोश थे ।Mrs शर्मा क्या हुआ बताइये ना क्या देख रहे है।शर्मा जी-आज कुछ ना बनाओ
Mrs Sharma-क्यों,बाहर से खा के आ गये?
पहले बता देना चाहिए था, ये वो
शर्मा जी धीरे से बोले चलो आज कही बाहर चलते है।।
Mrs Sharma थोड़ा हड़बड़ा गई की अचानक कैसे?
मगर आज शर्मा जी ने अपने वही छोटे छोटे सपने पूरे करने के लिए छोटा स कदम उठा लिया था उसी शर्मीली लड़की के लिए जिसके लिए उन्होंने हज़ारो सपने देखे थे।।
निकाल लिया करो कुछ Time हर अपने के लिये,
सिर्फ पैसे कमाना ज़िन्दगी तो नही।।
Nice theme keep it up 😊😊😊
ReplyDeleteAnd welcome back
Thnks dear
Deleteawesome story. that is the real fact of modern life
ReplyDeleteJi
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