Saturday, November 2, 2019

डेंगू- कारण, उपाय

अगर कोई मरीज डेंगू बुखार से पीडित है तो उसके शरीर में डेंगू का वायरस बहुत अधिक मात्रा में होता है। ऐसे में जब एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उस इंसान का खून चूसता है। जिसके बाद खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है और जब वहीं मच्छर किसी और को काटता है तो ऐसे में वो वायरस दूसरे इंसान के शरीर में पहुंच जाता है। आपको बता दें, डेंगू मादा एडीज इजिप्ची मच्छर के काटने से होता है।।।।

 डेंगू 3 तरह का होता है
1-साधारण  डेंगू
2-DHF
3-DSS


साधारण डेंगू बुखार के लक्षण
-ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार चढ़ना
-आंखों के पिछले हिस्से में असहनीय दर्द होना, जो आंखों को दबाने या हिलाने से और ज्यादा हो जाता है
-सिर में दर्द होना
-मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना
-बहुत ज्यादा कमजोरी लगना,
-गले में हल्का-सा दर्द होना
-भूख न लगना और जी मचलाना
-चेहरे, गर्दन और छाती पर लाल-गुलाबी रंग के रैशेज हो जाना


हैमरेजिक बुखार (DHF) के लक्षण
-नाक और मसूढ़ों से खून आना
-शौच या उलटी में खून आना
-स्किन पर गहरे नीले-काले रंग के चिकत्ते



डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS) के लक्षण
-बेचैनी महसूस होना
-तेज बुखार के बावजूद स्किन ठंडी महसूस होना
-नाड़ी कभी तेज और कभी धीरे चलने लगती
-धीरे-धीरे होश खोने लगता है
-ब्लड प्रेशर एकदम लो हो जाना

डेंगू से बचने के उपाय-

आपको डेंगू हो या ना हो मगर आने वाले खतरे से सुरक्षा जरूरी है, पतंजलि की डेंगूनिल वटी ले लीजिये इसमे  गिलोय, पपीता,तुलसी  टेलीकम आदि है,मूल्य मात्र 35 रूपये है। सुबह शाम दो बार पानी के साथ खाइये आप दूर रहेंगे  डेंगू से।


साथ ही खाने में जितना हो सके विटामिन सी से युक्त पदार्थों का सेवन करें। विटामिन-सी आपको स्वस्थ रखने के साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा यह किसी भी प्रकार के संक्रमण को फैलने से भी रोकता है।

तुलसी और शहद का प्रयोग करने से भी डेंगू से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए तुलसी को पानी में उबालकर, इसमें शहद डालकर पिया जा सकता है।
डेंगू के इलाज में पपीते की पत्त‍ियां बेहतर इलाज के रूप में जानी जाती हैं। पपीते के पत्ते का रस निकालकर दिन में दो बार लगभग 2-3 चम्मच की मात्रा में लेने से डेंगू से बचाव किया जा सकता है।गि‍लोय हर तरह की बीमारी में अमृत के समान होती है। इसके प्रयोग से लाल रक्त कणि‍काओं का निर्माण होता है और प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है। तुलसी के साथ इसका काढ़ा बनाकर पीने से लाभ होता है।
अपने घर के आस पास पानी ना जमने दे, वैसे भी सर्दी खत्म हो गई  है अपने कूलर आदि को हटा दीजिये या वहाँ पानी ना जमने दीजिये, नालियो आदि के पास चूने का छिड़काव कीजिये या अपने  क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि से ऐसा करने का ज्ञापन दीजिये बोलिए अपनी समस्यायें बताइये, नाला नाली साफ , कूड़े को मत  इकट्ठा करें या फैलाइये। पूरी बाह के कपड़े पहने, रात में सोते समय मच्छरों से बचने के उपाय करके रखिए।

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