कितने भुलक्कड़ है ना हम सब आज की तारीख भूल गये ये वही तारीख है जो इतिहास में अजर अमर है आप कितना भी इस व्यक्ति को अच्छा कहे बुरा कहे क्योंकि आज की परिपाटी ही ऐसी है, मगर इनके बिना इतिहास अधूरा है।
वैश्णव जन तो तेने कहिये जे
पीड़ परायी जाणे रे
वैश्णव जन तो तेने कहिये जे
पीड़ परायी जाणे रे…
पीड़ परायी जाणे रे
वैश्णव जन तो तेने कहिये जे
पीड़ परायी जाणे रे…
इस साल देश महत्मा गांधी की 150वी जयंती मनायेगा।
नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
अपने विचारों से पूरी दुनिया प्रभावित करने वाले और अहिंसा का मार्ग अपनाते हुए जिस तरीके से उन्होंने हर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई उसके लिए आज भी पूरे देश,विदेश के राजनेता उनकी मिसाल देते हैं।
महात्मा गांधी के पथ को और उनके विचारों को अपनाने की वकालत करते हैं ,उन के बहुत से प्रेरणादायक विचार हैं जैसे -
1. सत्य मेरा ईश्वर है और अहिंसा उसे महसूस करने का जरिया
2- कर्म करना जरूरी है ना कि फल के बारे में सोचना
3- सत्य का रास्ता कितना भी कठिन हो लेकिन अंत में जीतता वही है।
नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
अपने विचारों से पूरी दुनिया प्रभावित करने वाले और अहिंसा का मार्ग अपनाते हुए जिस तरीके से उन्होंने हर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई उसके लिए आज भी पूरे देश,विदेश के राजनेता उनकी मिसाल देते हैं।
महात्मा गांधी के पथ को और उनके विचारों को अपनाने की वकालत करते हैं ,उन के बहुत से प्रेरणादायक विचार हैं जैसे -
1. सत्य मेरा ईश्वर है और अहिंसा उसे महसूस करने का जरिया
2- कर्म करना जरूरी है ना कि फल के बारे में सोचना
3- सत्य का रास्ता कितना भी कठिन हो लेकिन अंत में जीतता वही है।
महात्मा गांधी का राजनीतिक जीवन काफी उतार-चढ़ाव और विवादों से घिरा रहा ऐसा लोग मानते हैं ।
नमन कीजिए प्रणाम कीजिए कहीं ना कहीं तो उनका योगदान होगा ही, जिसकी वजह से हम सब आज सच्चाई और अच्छाई के मार्ग पर है और देश में सुरक्षित है और स्वतंत्र हैं।
नमन कीजिए प्रणाम कीजिए कहीं ना कहीं तो उनका योगदान होगा ही, जिसकी वजह से हम सब आज सच्चाई और अच्छाई के मार्ग पर है और देश में सुरक्षित है और स्वतंत्र हैं।
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