18 दिन और 5वाँ गोल्ड
वाह बधाई हिमा बधाई, तुम सोना नही जीत रही बल्कि मैं कहूंगी तुम खुद सोना हो हिमा, तुम तपी हो उस त्याग मेहनत की भठ्ठी में जिससे आज तुम्हारे साथ देश जगमगा रहा हैं। मैं तुम्हारी किसी और के साथ तुलना करके एकतरफा नही रहूँगी क्योंकि सबका अस्तित्व होता हैं लेकिन जो तुम्हारा अस्तित्व तुमने बनाया है हिमा वो अतुल्यनीय हैं अब बोलेंगे लोग भागो बेटी भागो इतनी तेज भागो ताकि भारत की मिट्टी पर हजारों हिमा पैदा हो सके जो सिर्फ अपना मान नही बढ़ायेंगी बल्कि नई इबारत रचेंगी। तुमने और बाकी सभी जो देश के लिये समाज घर परिवार के लिये लगी हो तमाचा हो उनके मुहँ पर जो कहते जनने से पहले ही कोख में बेटियाँ मार दी जाये। पता है हिमा तुमने एक साथ कई कमाल किये हैं तुम्हारे पास दौड़ने को अच्छे जूते नही थी तुम्हे एक अदद, उम्दा जोड़ी जूतो की तलाश थी मगर ये गरीबी भी बहुत बुरी चीज होती है, देखो हिमा तुमने उसे पलट दिया दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनी में शुमार एडिडास ने तुम्हे खुद अपनी एंडोर्समेंट डील के लिए साइन किया, तुम्हे खुद बेहतरीन जूते बना के दिये जिसमें तुम्हारे नाम के साथ इतिहास रचे लिखा था, ये कोई छोटी बात नही होती।
तुम्हारी अंग्रेजी को लेकर पूरी दुनिया के समाने मजाक बना लेकिन देखो लड़की तुम्हारी ताकत अगले ही दिन माफ़ी भी मांगनी पड़ी फिर आज तो तुम्हे सभी अंग्रेजी देशी विदेशी अपने साथ शामिल करना चाहेंगे क्योंकि तुम चमकता तारा हो हिमा, तुमने भाषा ज्ञान को भी पीछे छोड़ दिया।
हिमा तुम सोना हो जो पैरों व जिगर में लोहा लेकर दौड़ती हो फिर कौन क्या सोच रहा? किसने क्या कहा क्या फर्क पड़ता?
पता है हिमा तुम्हारे खेलो में मेडल जीतने बाद अपनी प्रतिभा का लोहा मनाने के बाद हर गरीब/ सामान्य वर्ग का भारतीय एक बार ये सोचने की गुस्ताखी जरुरु करेगा की बेटियों को / बेटो को विभिन्न खेल के लिये प्रोत्साहित करना चाहिए वरना एक नौकरी जिसमें पेट पल जाये खुश हो ले उसके अलावा सपने ही क्या होते हैं, हजारों सपने खुद दफ़न हो जाते मन में मगर हिमा आशा है नये रास्ते खुलेंगे आज नही तो कल इसकी नींव रखी जा चुकी है ये इतना आसान नही हैं ना अभी होगा मगर सपने देखने में क्या बुरा अगर देखेंगे नही तो देश को अनेको हिमा कैसे देंगे।
मैं चाहती हूँ कि तुम हर चैनल में दिखाई जाओ, घंटो तुम्हारी ही बातें हो, तुम्हारा जीवन तुम्हारा संघर्ष दिखाया जाये ताकि हर एक के अंदर रोशनी घर करें अपने अपने सपनों के लिये सभी, पैसो की तंगी, समस्यायें, किसने क्या सोचा सब पीछे करके अपने अपने सपनो में लगे जो भी जिसका हो हर एक अलग ख्वाब बुनता मगर प्रेरणा तो ले ही सकता ना।
अभिनंदन गोल्डन गर्ल तुम सच में 'ढिंग एक्सप्रेस' हो जो हमेशा याद रखी जाएगी।
वाह बधाई हिमा बधाई, तुम सोना नही जीत रही बल्कि मैं कहूंगी तुम खुद सोना हो हिमा, तुम तपी हो उस त्याग मेहनत की भठ्ठी में जिससे आज तुम्हारे साथ देश जगमगा रहा हैं। मैं तुम्हारी किसी और के साथ तुलना करके एकतरफा नही रहूँगी क्योंकि सबका अस्तित्व होता हैं लेकिन जो तुम्हारा अस्तित्व तुमने बनाया है हिमा वो अतुल्यनीय हैं अब बोलेंगे लोग भागो बेटी भागो इतनी तेज भागो ताकि भारत की मिट्टी पर हजारों हिमा पैदा हो सके जो सिर्फ अपना मान नही बढ़ायेंगी बल्कि नई इबारत रचेंगी। तुमने और बाकी सभी जो देश के लिये समाज घर परिवार के लिये लगी हो तमाचा हो उनके मुहँ पर जो कहते जनने से पहले ही कोख में बेटियाँ मार दी जाये। पता है हिमा तुमने एक साथ कई कमाल किये हैं तुम्हारे पास दौड़ने को अच्छे जूते नही थी तुम्हे एक अदद, उम्दा जोड़ी जूतो की तलाश थी मगर ये गरीबी भी बहुत बुरी चीज होती है, देखो हिमा तुमने उसे पलट दिया दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनी में शुमार एडिडास ने तुम्हे खुद अपनी एंडोर्समेंट डील के लिए साइन किया, तुम्हे खुद बेहतरीन जूते बना के दिये जिसमें तुम्हारे नाम के साथ इतिहास रचे लिखा था, ये कोई छोटी बात नही होती।
तुम्हारी अंग्रेजी को लेकर पूरी दुनिया के समाने मजाक बना लेकिन देखो लड़की तुम्हारी ताकत अगले ही दिन माफ़ी भी मांगनी पड़ी फिर आज तो तुम्हे सभी अंग्रेजी देशी विदेशी अपने साथ शामिल करना चाहेंगे क्योंकि तुम चमकता तारा हो हिमा, तुमने भाषा ज्ञान को भी पीछे छोड़ दिया।
हिमा तुम सोना हो जो पैरों व जिगर में लोहा लेकर दौड़ती हो फिर कौन क्या सोच रहा? किसने क्या कहा क्या फर्क पड़ता?
पता है हिमा तुम्हारे खेलो में मेडल जीतने बाद अपनी प्रतिभा का लोहा मनाने के बाद हर गरीब/ सामान्य वर्ग का भारतीय एक बार ये सोचने की गुस्ताखी जरुरु करेगा की बेटियों को / बेटो को विभिन्न खेल के लिये प्रोत्साहित करना चाहिए वरना एक नौकरी जिसमें पेट पल जाये खुश हो ले उसके अलावा सपने ही क्या होते हैं, हजारों सपने खुद दफ़न हो जाते मन में मगर हिमा आशा है नये रास्ते खुलेंगे आज नही तो कल इसकी नींव रखी जा चुकी है ये इतना आसान नही हैं ना अभी होगा मगर सपने देखने में क्या बुरा अगर देखेंगे नही तो देश को अनेको हिमा कैसे देंगे।
मैं चाहती हूँ कि तुम हर चैनल में दिखाई जाओ, घंटो तुम्हारी ही बातें हो, तुम्हारा जीवन तुम्हारा संघर्ष दिखाया जाये ताकि हर एक के अंदर रोशनी घर करें अपने अपने सपनों के लिये सभी, पैसो की तंगी, समस्यायें, किसने क्या सोचा सब पीछे करके अपने अपने सपनो में लगे जो भी जिसका हो हर एक अलग ख्वाब बुनता मगर प्रेरणा तो ले ही सकता ना।
अभिनंदन गोल्डन गर्ल तुम सच में 'ढिंग एक्सप्रेस' हो जो हमेशा याद रखी जाएगी।
Right
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