Thursday, February 7, 2019

अमृता प्रणय की अमर प्रेम कहानी

प्रणय और अमृता वर्षिनी नाम के दो स्टूडेंट साथ इंजीनियरिंग करते हैं, कॉलेज में ही दोनों को प्यार हो जाता है और इंजीनियरिंग कम्पलीट करने के बाद दोनों एक दूसरे को जीवनसाथी चुनने का फैसला करते हैं। अमृता हैदराबाद के एक बेहद अमीर व मशहूर बिल्डर मारुति राव की इकलौती बेटी है तो वही प्रणय एक सामान्य से दलित परिवार से था।


मारुति राव जितने ज़्यादा धनी हैं, उससे कहीं ज़्यादा घोर जातिवादी मानसिकता रखने वाले व्यक्ति हैं। अमृता ने जैसे ही अपने और प्रणय के रिश्ते के बारे में घरवालों के सामने बात रखी, तो मानो जैसे घर मे भूचाल आ गया हो। घर का कोई भी सदस्य इस रिश्ते से खुश नहीं था, सभी ने इसपर अपनी आपत्ति जताई व अमृता को चेतावनी भी दी गई कि वह प्रणय को भूल जाये व उससे कभी बात ना करे। उन घरवालों के लिए प्रणय एक इंजीनियर बाद में पहले एक दलित था

अमृता जानती थी कि घरवाले इस रिश्ते के लिए कभी राज़ी नहीं होंगे इसलिए अमृता और प्रणय ने घरवालों की बिना मर्ज़ी के जनवरी 2018 को शादी कर ली। मारुति राव को यह बात बिल्कुल नागवार गुज़री कि उसकी बेटी एक दलित के साथ रहने लगी है। मारुति राव ने अपनी झूठी शान की खातिर पेशेवर हत्यारे एवं सुपारी किलर मुहम्मद अब्दुल बारी गिरोह को प्रणय की हत्या करने के लिए एक करोड़ रुपये की सुपारी दी।

अमृता गर्भवती थी और दिनांक 16 सितम्बर 2018 को जब वह प्रणय के साथ हॉस्पिटल चेकअप के लिए जा रही थी तभी सुपारी किलर ने पीछे से आकर लोहे की रॉड से प्रणय के सर पर इतनी ज़ोर से वार किया कि प्रणय वहीं का वहीं ज़मीन पर गिर गया। अमृता चीखते चिल्लाते हुए प्रणय को बचाने की लिए हत्यारे पर पलटवार करने लगी पर बेबस और लाचार वह कुछ ना कर सकी। प्रणय ने वहीं दम तोड़ दिया।


घटनास्थल पर सिर्फ प्रणय ही नहीं बल्कि प्रणय के साथ-साथ दम तोड़ रही थी संविधान की धाराएं, वे धाराएं जो हमें हक अदा करती हैं मुहब्बत करने का, जाति मज़हब से ऊपर उठ अपनी पसन्द का जीवनसाथी चुनने का। हर बार कभी समाज के नाम पर समझाया जाता है कभी जाति धर्म के नाम पर आखिर क्यू इतनी खोट नजर आती है अपने ही बच्चे के प्यार को समझने में।। किसी अनजाने के साथ जाने से अच्छा उसकी पसंद भी जानी जा सकती है।। जाति भी हमने बनाई है झूठी शान भी


एक बाप की झूठी शान ने, परम्परावादी विचारधारा ने, जातिवादी मानसिकता ने, अपनी ही बेटी के हंसते खेलते परिवार को तबाह कर उसे विधवा बना दिया।
प्रणय की हत्या के वक्त अमृता गर्भवती थी, उसपर अबॉर्शन कराने के लिए काफी दबाव बनाया गया पर वह अपनी ज़िद पर अड़ी रही और अबॉर्शन नहीं कराया। अमृता अपने भाई और पिता को प्रणय का हत्यारा मानती है।
अभी खबर आई है कि अमृता ने अपनी शादी की सालगिरह से एक दिन पहले एक बहुत ही खूबसूरत से बच्चे को जन्म दिया है।

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