आजादी उनका मकसद था ही नही
जी हाँ वो ये आजदी नही चाहते थे की हमारे जीने के अधिकार अंग्रेजो से छीनकर चंद मुठ्ठी भर अमीरो और सत्तासीन व्यक्तियों के पास चले जाये
क्योंकि उससे जो सबसे निचला वर्ग जो होता है उसको कभी उसके हक नही मिल पाते
मजदूर, किसान वर्ग वो हमेशा वंचित होता है, लोगो का शोषण होता है।
वो तो ऐसी आजादी देना चाहते थे ऐसा सपनों का हिंदुस्तान बनाना चाहते थे जहाँ महजब जाति की दीवार ना हो
इंसान को इंसान के नजरिये से देखा जाये कोई धार्मिक रीतिरिवाज आपको इंसान बनने से ना रोके
भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु तीनो ही लगभग हर जगह हर नेता के भाषण में मिलेंगे, कोई भी हो कैसा भी हो मगर उनके सिद्धांत उनके विचार कहीं नही मिलते।
भगत सिर्फ युवा थे जिन्होंने मातृभूमि के लिये जिया, एक ऐसा समाज बनाना चाहा जहॉ सब मिलकर रहे
दूसरे के अधिकार ना छीने, गरीब मजदूर शोषित वर्ग को भी वही सुविधा सम्मान मिले
भगत युवा थे, एक ऐसा युवा जिसने अपने विचारो मात्र से अंग्रेजी सत्ता की हुकूमत को हिला दिया था की।।
भगत खुद में एक क्रांति थे एक ऐसी क्रांति जो सही को सही और गलत का गलत कहने पर यकीन करती है
जो सच में उनके सपने का हिंदुस्तान बना सके जहाँ सभी खुशी हो सबको सबके अधिकार मिले
तो भगत सिंह के सपने को ही आगे बढ़ा पाये यही सच्ची उनके प्रति भावना है
भगत, सुखदेव, राजगुरु मात्र 22,23 साल के युवा थे
भगत एक क्रांतिकारी युवा, एक महान विचारक, लेखक और ऐसे प्रगतिशील महान व्यक्ति थे जिसकी सोच मात्र से हुकूमते हिल गई।।
इंकलाब जिंदाबाद
जी हाँ वो ये आजदी नही चाहते थे की हमारे जीने के अधिकार अंग्रेजो से छीनकर चंद मुठ्ठी भर अमीरो और सत्तासीन व्यक्तियों के पास चले जाये
क्योंकि उससे जो सबसे निचला वर्ग जो होता है उसको कभी उसके हक नही मिल पाते
मजदूर, किसान वर्ग वो हमेशा वंचित होता है, लोगो का शोषण होता है।
वो तो ऐसी आजादी देना चाहते थे ऐसा सपनों का हिंदुस्तान बनाना चाहते थे जहाँ महजब जाति की दीवार ना हो
इंसान को इंसान के नजरिये से देखा जाये कोई धार्मिक रीतिरिवाज आपको इंसान बनने से ना रोके
भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु तीनो ही लगभग हर जगह हर नेता के भाषण में मिलेंगे, कोई भी हो कैसा भी हो मगर उनके सिद्धांत उनके विचार कहीं नही मिलते।
भगत सिर्फ युवा थे जिन्होंने मातृभूमि के लिये जिया, एक ऐसा समाज बनाना चाहा जहॉ सब मिलकर रहे
दूसरे के अधिकार ना छीने, गरीब मजदूर शोषित वर्ग को भी वही सुविधा सम्मान मिले
भगत युवा थे, एक ऐसा युवा जिसने अपने विचारो मात्र से अंग्रेजी सत्ता की हुकूमत को हिला दिया था की।।
भगत खुद में एक क्रांति थे एक ऐसी क्रांति जो सही को सही और गलत का गलत कहने पर यकीन करती है
जो सच में उनके सपने का हिंदुस्तान बना सके जहाँ सभी खुशी हो सबको सबके अधिकार मिले
तो भगत सिंह के सपने को ही आगे बढ़ा पाये यही सच्ची उनके प्रति भावना है
भगत, सुखदेव, राजगुरु मात्र 22,23 साल के युवा थे
भगत एक क्रांतिकारी युवा, एक महान विचारक, लेखक और ऐसे प्रगतिशील महान व्यक्ति थे जिसकी सोच मात्र से हुकूमते हिल गई।।
इंकलाब जिंदाबाद
इंकलाब जिन्दाबाद
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